4000 मुस्लिम जाएंगे अयोध्या राम मंदिर ।
अब डरने की क्या बात है? जब खुद को भगवान राम का वंशज कहने वाले मुसलमान हमारे साथ हैं जी हां दोस्तों! आप बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं, एक तरफ जहां दुनिया भर के तमाम लोग भगवान राम और रामायण के अस्तित्व पर सवाल उठा रहे हैं, तो वहीं कुछ ऐसे मुसलमान भी हैं, जो खुद को भगवान राम का वंशज कह रहे हैं, पर ये चमत्कार हो कैसे रहा है? और क्यों अब मुसलमान भी भगवान राम के भक्त बनते चले जा रहे हैं? क्या ये कोई सच्ची भक्ति है या फिर कोई बड़ी साजिश आज की इस लेख में हम आपको सब कुछ बताएंगे, बस हमारे साथ बने रहिए ।
सेकुलर मुसलमान जी हां!! ऐसे मुसलमान जो सभी धर्मों का मान सम्मान करते हैं, अब सुनने में आपको अजीब जरूर लग रहा होगा कि, इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग तो अल्लाह के सिवा किसी को नहीं मानते हैं तो फिर ये सेकुलर मुसलमान कहां से आ रहे हैं?…. दोस्तों इस्लाम धर्म में कितनी ज्यादा कट्टरपंथी है ये तो हमें आपको बताने की भी जरूरत नहीं, जहां इस धर्म को मानने वाले लोग बाकी सभी धर्मो का निरादर करते हैं और गैर मुसलमानों को तो काफिर भी कहा जाता है, जिनसे मुसलमान नफरत करते हैं।
क्या मुसलमान भी राम मंदिर उद्घाटन में शामिल होंगे ?
जी हा ! किसी को इस बात पर यकीन नहीं है की अब इसी में अगर कुछ ऐसे मुसलमान सामने आते हैं जो ये कहें की भगवान श्री राम सनातन धर्म वालों के ही नहीं है बल्कि वो हमारे भी पूर्वज हैं, हमें भी राम मंदिर के उद्घाटन में शामिल होने का पूरा हक है, तो किसी के भी होश उड़ जाएंगे!! और ऐसा ही कुछ इस वक्त हो भी रहा है। एक तरफ राम मंदिर को लेकर हिंदू जोरों शोरों से उत्साहित हैं तो वहीं मुसलमान भी अपनी खुशी दिखाने में पीछे नहीं हट रहें हैं, तभी तो राम मंदिर को बनाने के लिए न केवल हिंदुओं ने बल्कि मुसलमानों ने भी बढ़-चढ़कर योगदान दिया है।
दोस्तों देशभर को राम मंदिर के उद्घाटन का इंतजार है, ये वो ऐतिहासिक पल होगा जब पूरी दुनिया भारत में सनातन धर्म की ताकत को देखेगी, लेकिन इसके अलावा दुनिया एक और चीज देखकर हैरान होगी और वो है भारत की अखंडता और एकता क्योंकि, भगवान श्री राम न केवल हिंदुओं के बल्कि भारतीय संस्कृति के जनक हैं और भारतीय संस्कृति में केवल हिंदू ही नहीं बल्कि, मुसलमान सिख और ईसाई भी शामिल हैं तभी तो आज भगवान श्री राम के नाम पर अयोध्या जगमगा रहा है, जिसकी खुशी मनाने के लिए हिंदू तो उत्साहित हैं ही पर मुसलमानों के घरों में भी दीप जल रहे हैं, जैसा की आप जानते ही हैं की राम मंदिर ओपनिंग डेट 22 जनवरी हैं. लोग 22 जनवरी की तारीख अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन को दिवाली की तरह मनाने को पूरी तरह से तैयार हैं।
कौन कौन सामिल होगा 22 जनवरी Ram Mandir उदघाटन में ?
22 जनवरी को जब भगवान श्री राम की जन्म भूमि अयोध्या राम मंदिर का उद्घाटन होगा तो वो इतना ज्यादा भव्य होने वाला है कि उसे देखने के लिए देश दुनिया के कई बड़े-बड़े लोग शामिल होंगे, जिसमें कई सारे सेलिब्रिटीज, नेताओं और खेल जगत के मशहूर खिलाड़ियों का नाम सामने आ रहा है, यहां तक की राम मंदिर के उद्घाटन के लिए स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पधारने वाले हैं। अब उद्घाटन समारोह इतना ज्यादा भव्य और विशाल होगा तो जाहिर सी बात है कि सरकार को सुरक्षा की चिंता होगी, इसीलिए पहले से ही न केवल अयोध्या में बल्कि आसपास के इलाकों में भी कड़ी सुरक्षा तैनात करी गई है, चप्पे-चप्पे पर कई सुरक्षा बल मौजूद हैं जो थोड़ी सी भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगे। राम मंदिर उद्घाटन समारोह के लिए कई सारी गाइडलाइंस जारी करी गई है ताकि, सुरक्षा को मजबूत बनाएं रखा जा सके।
अब ऐसे में कुछ लोगों का कहना है कि राम मंदिर के बन जाने से देश भर के मुसलमानो को दिक्कत हो रही है, तो वहीं दूसरी तरफ हमें ये देखने को मिल रहा है कि कुछ सेकुलर मुसलमान मंदिर के उद्घाटन के लिए न केवल अपनी खुशी जता रहे हैं बल्कि, उत्साह से 22 जनवरी का इंतजार भी कर रहे हैं। कोई मुंबई से भगवान राम के दर्शन करने के लिए पैदल अयोध्या जा रहा है, तो कोई भगवान श्री राम मंदिर अयोध्या के लिए अपनी पूरी प्रॉपर्टी तक दान में दे रहा है और ये सब कुछ मुसलमान द्वारा किया जा रहा है।
दोस्तों राम मंदिर के निर्माण में दो तरह की तस्वीरें सामने आ रही हैं, एक तरफ तो वो मुसलमान जो अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का शुरुआत से ही विरोध कर रहे हैं और बाबरी मस्जिद के टूटने का गम मना रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ ऐसे मुसलमान भी हैं, जिन्होंने राम मंदिर के बनने में उतना ही सहयोग और खुशी दिखाई है, जितना कि हिंदुओं ने दिखाई है। आप साफ-साफ देख सकते हैं कि, कैसे राम मंदिर के बनने से मुसलमान उत्साह से झूम रहे हैं और कुछ मुसलमान तो भगवा पहन कर भी घूम रहे हैं।
देखे कुछ खास राम मंदिर, अयोध्या फ़ोटो (Ram Mandir, Ayodhya Photos)
दोस्तों वो कहावत तो आपने सुनी ही होगी की लोहा लोहे को काटता है और ऐसा ही कुछ इस्लाम धर्म के लोगों के साथ भी है, जहां एक तरफ कुछ लोग अभी भी बाबरी मस्जिद के टूटने का रोना रो रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ इस तरह के मुसलमान को आईना दिखाने के लिए वो लोग खड़े हैं, जो भले ही इस्लाम धर्म से ताल्लुक रखते हो, लेकिन वो राम मंदिर के बनने से बहुत खुश हैं और छाती ठोक कर ये कह रहे हैं कि, भगवान राम सिर्फ हिंदुओं के नहीं हैं बल्कि, हमारे भी हैं, हमारा भी भगवान राम पर और उनके मंदिर पर हक है, और हम भी राम मंदिर के उद्घाटन की खुशियां मनाएंगे। जैसा की आप इन Ram Mandir Photo में देख रहे हो और सबसे ज्यादा हैरानी तो आपको तब होगी जब हम आपको ये बताएंगे कि, राम मंदिर के बनने में 4000 से ज्यादा मुसलमानों ने लाखों रुपए का दान दिया है।
जी हां दोस्तों काशी के 4000 मुसलमानों ने काफी बड़ी मात्रा में राम मंदिर को दान किया है, जहां “स्वयं सेवा संघ” के निधि समर्पण अभियान के तहत काशी प्रांत के 27 जिलों में मुसलमानों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और राम मंदिर के लिए लाखों रुपए का दान भी किया, हिंदू और मुस्लिम भाइयों की एकता की वजह से राम मंदिर के लिए इकट्ठा हुई धनराशि 2 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुकी है और ये धनराशि सिर्फ काशी से इकट्ठा हुई है।
वैसे दोस्तों काशी में ऐसा होना कोई बड़ी बात भी नहीं है क्योंकि, वहां से अक्सर ऐसी तस्वीरें सामने आती रहती हैं, जहां मुस्लिम औरतें भगवान श्री राम की पूजा करती हुई नजर आती है और यहां के मुस्लिम भगवान श्री राम को समर्पित हो चुके हैं, यहां के मुसलमान सनातन धर्म को मान सम्मान तो देते ही हैं, लेकिन वो सबसे ज्यादा प्रेम भगवान श्री राम से करते हैं और उनके प्रति श्रद्धा रखते हैं। तभी तो जब यहां पर समर्पण अभियान चलाया गया तो 27 जिलों के मुसलमान शामिल हुए, दोस्तों यहां के 27 जिलों में आरएसएस द्वारा 30 से ज्यादा कार्यक्रम चलाए गए हैं और इन कार्यक्रमों में 4000 से ज्यादा मुसलमानों ने अपनी अपनी श्रद्धा के हिसाब से राम मंदिर के लिए दान किया है।
किस किस ने दान किये Ram Mandir Construction के लिए आइए जाने?
दोस्तों सिर्फ इतना ही नहीं! जौनपुर के मोहम्मद हसन पीजी कॉलेज के प्राचार्य अब्दुल कादिर ने राम मंदिर के लिए एक लाख 11 हजार रुपए का दान किया, डॉ कादिर का कहना है कि यह हमारे देश के लिए गर्व की बात है कि राम जन्मभूमि अयोध्या में मंदिर बन रहा है, राम मंदिर के निर्माण के लिए सहयोग राशि के जरिए वो ये संदेश देना चाहते हैं कि, इस देश में हमें एक दूसरे की पूजा परंपरा और तौर तरीकों का सम्मान करना चाहिए और एक दूसरे के धर्म को बढ़ावा देना चाहिए, तभी हमारा देश अनेकता में एकता का प्रतीक बना रहेगा और अगर हम इसी तरह एकता की राह पर चलते रहेंगे तो देश का कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। दोस्तों एक पढ़ा लिखा मुसलमान किस तरह की बातें करता है वो आप अब्दुल कादिर के शब्दों से समझ सकते हैं।
और इन्हीं की तरह तमाम पढ़े लिखे मुसलमान आज एकजुट होकर राम मंदिर के निर्माण में
सहयोग कर रहे हैं। यहां तक की कारा नाम की एक लड़की ने राम मंदिर निर्माण के लिए 11000 की राशि दान करी है। इतना ही नहीं बल्कि कारा ने तो अपने दाएं हाथ पर जय श्री राम का टैटू भी बनवाया है। अब इस्लाम धर्म के लोगों का भगवान राम के प्रति यह प्यार देखकर बाबरी मस्जिद को सपोर्ट करने वाले लोगों की तो नींदें उड़ी हुई है।
पर दोस्तों यह तो हम आपको गिनती के कुछ लोगों का सहयोग दिखा रहे हैं वरना आज भारत में करोड़ों की संख्या में ऐसे मुसलमान मौजूद हैं, जो सनातन धर्म को सच्चे दिल से मानते हैं, लेकिन वो डर की वजह से खुलेआम इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि, उन्हें पता है अगर वो सनातन धर्म का समर्थन कर देंगे तो उनके अपने ही लोग उनसे नाराज़ हो जाएंगे।
मुस्लिम लोगो का राम मंदिर में इतना दिलचस्पी क्यों आईये जाने
लेकिन हां जिस हिसाब से मुसलमान भगवान श्री राम को अपना प्यार दिखा रहे हैं, उससे ये बात तो पक्की है कि, भगवान राम सिर्फ हिंदुओं के ही नहीं हैं बल्कि मुसलमानों के मन में भी उनके लिए प्यार सम्मान और श्रद्धा जाग उठी है।
दोस्तों झारखंड में रहने वाले मशहूर दर्जी गुलाम जिलानी भी भगवान श्री राम की भक्ति करते हैं और यही कारण है कि अयोध्या में राम मंदिर के लिए वो ध्वज तैयार कर रहे हैं, 55 वर्षीय गुलाम जिलानी ने अयोध्या के राम मंदिर के लिए 40 फीट लंबा और 42 फुट चौड़ा हनुमान ध्वज तैयार किया है और यही हनुमान ध्वज 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के लिए ले जाया जाएगा ताकि, उद्घाटन के वक्त इसे मंदिर के शिखर पर लहराया जा सके। दोस्तों गुलाम जिलानी का परिवार सालों से धार्मिक महावीर ध्वज तैयार कर रहा है, गुलाब जिलानी कहते हैं कि, उन्हें गर्व है कि उनके द्वारा सिला गया ध्वज ऐतिहासिक राम मंदिर की शोभा बढ़ाएगा, इतना ही नहीं! उन्होंने ये भी कहा है कि, अगर उन्हें मौका मिला तो वो उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए भी जरूर जाएंगे। जिसे ध्वज को ये तैयार कर रहे हैं उसमें एक तरफ हनुमान जी की तस्वीर है, तो दूसरी तरफ हनुमान जी के कंधों पर भगवान श्री राम और लक्ष्मण जी विराजमान हैं।
अब अगर सभी बातों पर गौर किया जाए तो 22 जनवरी का मौका बहुत ही खास होने वाला है, जिसमें न केवल हम अयोध्या के राम मंदिर का उद्घाटन देखेंगे बल्कि ये भी देखेंगे कि कैसे जब देश के हिंदू और मुसलमान भाई खुशी-खुशी किसी मौके पर एक साथ इकट्ठा होते हैं तो वो नजारा कैसा होता है, कैसे लोग पूरे उत्साह और प्यार के साथ राम नाम का जयकारा करते हैं। क्योंकि देश के प्रधानमंत्री ने तो पहले ही बोल दिया है कि आप 22 जनवरी को चाहे जहां भी रहें आपको अपने घरों में दीपक जलाना है और चारों तरफ रोशनी फैला देनी है ये दिन दिवाली की तरह जगमगाना चाहिए और पूरी दुनिया को यह पता चलना चाहिए कि भारत में एक ऐतिहासिक मंदिर का उद्घाटन हो रहा है।
दोस्तों हम तो 22 जनवरी को लेकर बहुत एक्साइटेड है आपका इस पर क्या कहना है?? कमेंट में जरूर बताएं ।